Saturday, February 5, 2011

जिला पंचायत अध्यक्ष के पास यदि कोई प्रमाण है तो एफ आई आर दर्ज करवाये सिर्फ धमकी देकर कहीं ब्लेकमेल तो नहीं कर रही है लता राजू महस्की

जिला पंचायत अध्यक्ष के पास यदि कोई प्रमाण है तो एफ आई आर दर्ज करवाये
सिर्फ धमकी देकर कहीं ब्लेकमेल तो नहीं कर रही है लता राजू महस्की
बैतूल, रामकिशोर पंवार: बैतूल जिले की राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमति राजू महस्की का जिला पंचायत की बैठक में आर इ एस के इंजीनियरो को खुले आम धमका कि भ्रष्टाचार को लेकर यदि एफआईआर कराई जाए तो आप और मेघवाल दोनों आज ही जेल चले जाओगे। बैतूल जिले की प्रथम महिला जनप्रतिनिधि के पास यदि आरईएस के कार्यपालन यंत्री केएस वानिया एवं पूर्व कार्यपालन यंत्री आर एस मेघवाल के खिलाफ कोई साक्ष्य या प्रमाण है तो उन्हे किसी भी अधिकारी को सार्वजनिक रूप से अपमानित करने के बजाय सीधे उनके खिलाफ लोकायुक्त या राज्य आर्थिक अपराध अनुसंधान में रिर्पोट दर्ज करवानी चाहिये ताकि हकीगत में दोनो उक्त अधिकारी जेल जा सके। विपक्ष की भूमिका निभा रही कांग्रेस पार्टी ने भाजपा की महिला जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति लता राजू महस्की को चुनौती दी है कि यदि वे दोनो अधिकारियों को ब्लेकमेल नहीं कर रही है तो एक जागरूक नागरिक एवं प्रतिनिधि के नाते पुलिस में या लोकायुक्त में रिर्पोट दर्ज करवा कर अपनी नैतिक जवाबदेही का निर्वाहण करे। उल्लेखनीय है कि हाल ही में बैतूल जिला मुख्यालय पर जिला योजना मंडल की बैठक में आरईएस विभाग की समीक्षा के दौरान आरईएस के कार्यपालन यंत्री केएस वानिया पर भड़कते हुए कही। थोड़ी देर के लिए तो बैठक में सन्नाटा ही छा गया लेकिन इसके बाद तो आरईएस को लेकर भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने ही आरोपों की झड़ी लगा दी। हाल ही में बैतूल से सीहोर तबादला होकर गए सीईओ बीएस जामोद को लेकर भी उन्हीं जनप्रतिनिधियों ने जमकर आरोप लगाए, जिनसे जामोद के बेहतर संबंध बताए जाते थे। जिले के अधिकांश निर्माण कार्यों के मूल्यांकन में सब इंजीनियर लापरवाही बरत रहे हैं। बिना रिश्वत लिए कोई काम नहीं हो रहा है। अधिकारी दफ्तरों से ही काम कर रहे हैं। फील्ड में कभी कोई सुध नहीं लेता। ऐसे कई आरोप भाजपा नेताओं ने जिला योजना समिति की बैठक में मध्यप्रदेश के वन मंत्री एवं बैतूल जिले के प्रभारी मंत्री सरताज सिंह के सामने अपनी ही सरकार के आला अफसरों पर लगाए। जिला पंचायत के सभा कक्ष में जिला योजना समिति की बैठक अधिकारियों के लिए परेशानी भरी साबित हुई। प्रभारी मंत्री सरताज सिंह ठीक 11 बजे सभाकक्ष में पहुंच गए थे, इस समय तक अधिकांश विभाग प्रमुख सभा कक्ष में नहीं पहुंच पाए थे। अधिकारियों का इंतजार करने के लिए प्रभारी मंत्री सीईओ के चैंबर में जाकर बैठ गए। मौजूद अधिकारियों ने अन्य अधिकारियों को फोन पर बुलावा भेजा। भागते-दौड़ते अधिकारी साढ़े 11 बजे तक सभाकक्ष में पहुंचे, तब कहीं जाकर बैठक शुरू हो पाई। पाले से प्रभावित फसलों के सर्वे और मुआवजे की समीक्षा के दौरान उस वक्त माहौल गर्मा गया जब नेताओं ने कहा कि किसानों को सर्वे की जानकारी नहीं मिल रही है। चेक देते समय उसे यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि कितने क्षेत्र की फसल को सर्वे में शामिल किया गया है और किस आधार पर मुआवजा तय हुआ है। किसी भी अधिकारी ने क्षेत्र में जाकर सर्वे की मॉनिटरिंग नहीं की। यही कारण है कि किसानों की फसल का आधा-अधूरा मूल्यांकन हो रहा है। इस पर प्रभारी मंत्री ने नाराजगी जताई। जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा पवार ने आरोप लगाए कि ग्राम पंचायत क्षेत्रों में हो रहे निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग और मूल्यांकन के लिए सबइंजीनियर नहीं पहुंचते। अधिकांश सबइंजीनियर टूर के नाम पर गायब रहते हैं। भाजपा के ही जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा पंवार ने तो महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में सब इंजीनियर और एसडीओ द्वारा कमीशन लिए जाने का आरोप लगाते हुए बताया कि बघोली बुजुर्ग से मालेगांव ग्रेवल सड़क निर्माण में रोलर चलाया ही नहीं और राशि निकाल ली गई। बैठक में मौजूद पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल ने यह कहा कि भ्रष्टाचार इंजीनियर, सब इंजीनियर, एसडीओ करते हैं और वसूली गरीब सरपंचों पर होती है। जबकि गड़बड़ी के लिए पूरी तरह से यह तकनीकी अधिकारी ही जिम्मेदार है। पिछले तीन साल में आरईएस द्वारा करवाए गए कार्यो की जांच को लेकर भी भाजपा के विधायक अलकेश आर्य और गीता उइके ने आवाज उठाई तो बाकी सभी ने इसका समर्थन किया। इस पर पालक मंत्री सरताज सिंह ने यह कहा कि आगामी 17 फरवरी को आरईएस को लेकर ही फिर बैठक में सभी जनप्रतिनिधि क्षेत्र की दो-दो सड़कों की जानकारी देंगे।इ सकी जांच भोपाल के दल द्वारा की जाएगी। बैठक में भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने विद्युत कंपनी की कार्यप्रणाली पर भी जमकर आक्रोश जाहिर किया। जिसमें शार्टेज के आधार पर किसानों से जबरन वसूली की बात भी कहीं गई। वहीं 14 नए सब स्टेशनों का काम धीमी गति से चलने पर भी नाराजगी जाहिर की।इस पर जिला भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने टिप्पणी की कि यहां जो कमाई हो रही है उससे भोपाल में बंगले बन रहे हैं। आरईएस और पीडब्ल्यूडी के सबइंजीनियरों की कार्यशैली को लेकर विधायकों ने भी जमकर खिंचाई की।पीएचई और पीडब्ल्यूडी के निर्माण कार्यों को लेकर जनप्रतिनिधियों के आक्रोश को देखकर प्रभारी मंत्री सरताजसिंह ने कहा कि प्रत्येक ब्लाक की दो-दो सड़कों की जांच कराई जाएगी। निर्माण कार्यों की समीक्षा के लिए जनप्रतिनिधियों की बैठक शीघ्र ही होगी। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष लता राजू महस्की, विधायक अलकेश आर्य, चैतराम मानेकर, गीता उइके, सहकारी बैंक अध्यक्ष बसंत माकोड़े, ग्रामीण कृषि विकास बैंक अध्यक्ष सदन आर्य समेत अन्य जनप्रतिनिध एवं अधिकारी मौजूद थे।

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